आनुवंशिकी और पादप प्रजनन में आपका स्वागत है
बढती जनसंख्या के अनुसार अनाज कि जरुरत, जलवायूमें बदलाव, प्राकृतिक संसाधानोंमें गिरावट, फसलों के नये कीट-ऱोग आदी प्रकार कीचुनौतीयां और बाधाओं को देखते हुए फसल सुधार कार्यक्रम मेंसुधार कीजरुरत है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं के तहत ए आर आई गेहूँ, सोयाबीन और अंगूर जैसी फसलोंमें सुधार लाने वाली संस्थाओं में से एक है।
वर्तमान अनुसंधान गतिविधियां
- भारत और विशेष कर प्रायद्वीपीय क्षेत्र के लिए अधिक उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी गेहूँ, सोयाबीन और अंगूर की किस्मों का विकास।
- सूखा और गर्मी सहने की क्षमता के साथ-साथ जल उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए भारतीय और विदेशी जर्मप्लाज्म से आनुवंशिकीस्टॉक की पहचान और उपयोग।
- उच्चतम अनाज पैदावार, अजैविक और जैविक तनाव सहिष्णुता और पोषण एवं अंत उपयोग गुणवत्ता इत्यादी विभिन्न वांछित गुणों में सुधार के लिएफसलों के प्रजनन में कार्यात्मक आणविक मार्करोंका उपयोग।
- किसानों के खेतों पर फसल उत्पादन की नवीनतम तकनीक का प्रसार।